पेटा ने भारत को अवैध मांस बाजार को बंद करने की चेतावनी दी, नई महामारी फैल सकती है

पेटा ने भारत को अवैध मांस बाजार को बंद करने की चेतावनी दी, नई महामारी फैल सकती है

पेटा ने भारत को अवैध मांस बाजार को बंद करने की चेतावनी दी, नई महामारी फैल सकती है

दुनिया भर के जानवरों के लिए काम करने वाली संस्था पेटा ने मांग की है कि भारत सरकार कोरोना वायरस के बाद अवैध मीट मार्केट को तुरंत बंद करे। साथ ही, उन्होंने आशंका जताई कि अगर अवैध मांस बाजार को बंद नहीं किया गया तो भारत में एक नई महामारी फैल सकती है।
देश में चल रहे अवैध मीट मार्केट को बंद करें
पेटा ने भारत में चल रहे मांस बाजार का एक वीडियो जारी करते हुए कहा, “देश में इस अवैध मांस के संचालन को रोका जाना चाहिए।” पेटा ने कहा कि इस तरह के मांस बाजार देश के विभिन्न राज्यों में चल रहे हैं। कुत्तों का वध किया जा रहा है और उनके मांस को वन्यजीव निवारण अधिनियम 1972, पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 और खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के सीधे उल्लंघन में बेचा जा रहा है।
चीन के मीट मार्केट से भी कई बीमारियां फैली हैं
पेटा ने कहा, “दिल्ली, पश्चिम बंगाल, नागालैंड और मणिपुर में ऐसे बाजार फलफूल रहे हैं।” कोरोना वायरस महामारी इस समय तेजी से फैल रहा है। चीनी शहर वुहान में एक मीट मार्केट से कोविद -19 को मनुष्यों तक पहुंचाया गया था। कोविद -19 के अलावा सूअर और अन्य जीवों के कारण चीन में कितने रोग फैल गए हैं?
नया वायरस भारत के किसी भी मांस बाजार से फैल सकता है
उप-भारत के दांव आउटरीच समन्वयक डॉ। किरण आहूजा भारत ने कहा कि अगर इस तरह का गंदा मांस बाजार जारी रहा, तो इस बाजार से एक नया वायरस फैल सकता है। स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू, सार्स और अब कोरोना जैसे रोग चीन में वन्यजीव बाजार से फैल गए हैं। इस सब के कारण, मनुष्य अंततः मुसीबत में पड़ जाता है। इसलिए, इस बाजार को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए और जानवरों की हत्या को रोका जाना चाहिए।
पेटा ने सरकार के इस विभाग को एक पत्र लिखा
पेटा ने भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, पर्यावरण मंत्रालय, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य विभाग को पत्र लिखकर अवैध मांस को रोकने की अपील की है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में नागालैंड में सरकार ने कुत्तों के व्यावसायिक आयात और व्यापार पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। अब कुत्ते के बाजार के साथ-साथ उनके मांस (कच्चे या पके) की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।