मिलेट्स(millets): मिलेट्स के प्रकार, पोषण, इतिहास और आंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 – एक पूर्ण जानकारी | Types of Millets in Hindi, International Year of Millets 2023

मिलेट्स(millets): मिलेट्स के प्रकार, पोषण, इतिहास और आंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 – एक पूर्ण जानकारी | Types of Millets in Hindi, International Year of Millets 2023

मिलेट्स(millets): मिलेट्स के प्रकार, पोषण, इतिहास और आंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 – एक पूर्ण जानकारी | Types of Millets in Hindi, International Year of Millets 2023

भारत के सबसे पुराने खाद्य पदार्थों में से एक, मोटे अनाजों को अक्सर सुपरफूड के रूप में जाना जाता है। ज्यादातर उनमें से कई भारत के मूल निवासी हैं, लेकिन हरित क्रांति के बाद, हम बाजरा, ज्वार और रागी को छोड़कर अन्य मोटे अनाजों से अनजान हैं।

आप शायद ही जानते होंगे कि भारत में पहले बड़े पैमाने पर मोटे अनाजों का उत्पादन होता था। हालांकि, हरित क्रांति के बाद बढ़ती हुई आबादी की भूख मिटाने के लिए चावल और गेहूं के उत्पादन में वृद्धि हुई। नतीजतन, मोटे अनाजों की खपत और उत्पादन में गिरावट आई। फिर भी, बाजरा (Pearl Millet in Hindi), ज्वार (Sorghum millet in Hindi), और रागी(Finger Millet in Hindi) जैसे मोटे अनाज आज भी कुछ क्षेत्रों में मुख्य खाद्य स्रोत हैं।

हाल ही के वर्षों में, अपने पोषण मूल्यों के कारण, मोटे अनाज(Millets) फिर से अपनी लोकप्रियता हासिल कर रहे है। क्योंकि उनके पोषक तत्वों से भरपूर गुण, उन्हें बीमारियों से लड़ने और स्वस्थ रहने के लिए एक शानदार विकल्प बनाते हैं। इसके अलावा, मिलेट्स की फसल भारत की विविध कृषि-जलवायु के प्रति सहिष्णु है। इसलिए वे टिकाऊ कृषि और खाद्य सुरक्षा के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं।

सबसे अच्छी बात यह है कि मिलेट्स के उत्पादन (Production of Millets)को स्थायी कृषि और एक स्वस्थ दुनिया के दृष्टिकोण के रूप में देखा जा सकता है। आइए जानते है मिलेट्स के बारे में विस्तारित रूप से।

मिलेट्स क्या है? | What are Millets in Hindi?

मिलेट्स (millet Hindi) अत्यधिक परिवर्तनशील छोटी-बीज वाली घासों का एक समूह है, जो मूल रुप से दुनिया भर में चारे और मानव भोजन के लिए अनाज के रूप में व्यापक रूप से उगाया जाता है[]। मूल रूप से, वे छोटे बीज वाली घास हैं जो वानस्पतिक परिवार पोएसी से संबंधित हैं। खासकर इनके बीजों को “मोटे अनाज(Millets)” या “गरीबों के अनाज” के रूप में भी जाना जाता है[

वास्तव में, मिलेट्स की अधिकांश फसलें भारत की मूल निवासी हैं और पोषक-अनाज (Nutri-Cereals) कहलाती हैं क्योंकि इनमें अधिकांश पोषक तत्व होते हैं जो मानव शरीर को सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक होते हैं[]। विशेष रूप से, मिलेट्स मेंज्वार, बाजरा, रागी मेजर मिलेट Major millets )में तो कंगनी, कुटकी, कोदो, चेना और सांवा माइनर मिलेट()में शामिल हैं[अन्य लोकप्रिय अनाजों की तुलना में, मिलेट्स वर्षा आधारित, कम पानी और उर्वरता आवश्यकताओं के साथ कठोर अनाज हैं। दूसरे शब्दों में कहे तो सूखे के प्रतिरोधी होने के अलावा, वे अत्यधिक मौसम की स्थिति के प्रति अत्यधिक सहिष्णु भी हैं[अन्य लोकप्रिय अनाजों की तुलना में, मिलेट्स वर्षा आधारित, कम पानी और उर्वरता आवश्यकताओं के साथ कठोर अनाज हैं। दूसरे शब्दों में कहे तो सूखे के प्रतिरोधी होने के अलावा, वे अत्यधिक मौसम की स्थिति के प्रति अत्यधिक सहिष्णु भी हैं[

खास बात ये है कि मिलेट्स नैसर्गिक तरीक़े से आसानी से उग सकते है। विशेषकर इन्हें उगाने के लिए किसी भी किटकनाशक या रासायनिक खाद की जरुरत कम या नहीं होती है। इसीलिए इनकी खेती पर्यावरन के लिए बेहतर मानी जाती है।मिलेट्स पोषक मूल्यों से भरपूर होते है। सीधे शब्दों में कहे तो वे आहार फाइबर, प्रोटीन और अन्य सूक्ष्म पोषक मूल्यों का एक अच्छा स्रोत होते है। खासकर हर एक Millet में अलग पोषक तत्व पाए जाते है जैसे की बाजरा में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है तो रागी कैल्शियम से भरपूर होती है। इतनाही नहीं, मिलेट्स में लौह, और अन्य खनिजों की मात्रा भी उच्च होती है। आइए आगे जानते है कि भारतीय भाषाओं में मिलेट्स के नाम (Different Names of Millets in Hindi) ।

मिलेट्स के शास्त्रीय नाम | Scientific name of Millets in Hindi